Thursday, February 9, 2012

वैलेंटाइन स्पेश्ल

क्या कहे उनकी वफा को आज हम
जिनकी नजरो मे रहा हम करते थे
आज क्यू उसने बना ली दूरिया
कल जो मेरे संग चला चल करते थे

क्यू वो भूले है बिताये पल कल के
याद उनको क्यू नही मेरी वफा
इस कदर अब जुल्म क्यू वो धा रहे
कल जो खुशिया संग समेटे चलते थे

मै मुहब्बत के सम्न्दर मे फसा
भूलना उसको कभी ना चाहू मै
भूल वो कैसे गयी मुझको जफर
कल तक जो हर पल निहारा करते थे

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