धोपाप धाम गोमती के तट पर स्थित एक घाट है जहाँ राम भगवान को स्नान करने से रावण की ह्त्या के पापों से मुक्ति मिली थी | यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे इस पावन धाम पर आरती लिखने का अवसर मिला | कुछ ही दिन में आपके बीच में आरती के ऑडियो और वीडिओ माँ मुक्ता फिल्म एसोसिएशन द्वारा प्रस्तुत की जायेगी |
जय श्री राम...............
पावन धोपाप धाम , जहाँ पाप धोये राम
गोमती निशदिन पांव पखारती , कल कल ध्वनि
करके आरती उतारती
तट धोपाप धाम जाकर जिसने भी डुबकी लगाया
जीवन के सारे पापों से तुरत ही मुक्ति
पाया
महिमा ऋषि मुनि ने बखानी , पाप काटे यहाँ
पानी
गोमती निशदिन पांव पखारती , कल कल ध्वनि
करके आरती उतारती
ब्रम्ह्हत्या के पाप का डर जब श्री राम
को सताया
तब विश्वामित्र गुरु ने गोमती में श्याम
काग तैराया
पाप मिटेगा वहाँ पर , काग होगा श्वेत
जहाँ पर
गोमती निशदिन पांव पखारती , कल कल ध्वनि
करके आरती उतारती
है धोपाप धाम पावन जो आरती इसकी उतारे
हर अक्षम्य पापों से उसका जीवन तुरत
उबारे
राम मुक्ति यहाँ पाए , ऐसा ऋषि मुनि यहाँ
गाये
गोमती निशदिन पांव पखारती , कल कल ध्वनि
करके आरती उतारती
दीपक
कुमार मिश्र “प्रियांश”
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